लाल बहादुर शास्त्री (Lal Bahadur Shastri) भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे। उनका जन्म 2 अक्टूबर, 1904 को उत्तर प्रदेश के मुगलसराय में हुआ था। उनके पिता शरदा प्रसाद शुक्ल एक वकील थे। शास्त्री ने अपनी शिक्षा उत्तर प्रदेश में ही पूरी की थी।
शास्त्री ने राष्ट्रीय आंदोलन में भाग लिया और बाद में भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपनी भूमिका निभाई। उन्होंने 1951 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में तथा बाद में प्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा की।
शास्त्री ने भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय जयपुर समझौते को सम्मानित करने के लिए अपने जीवन की आहुति दी। इसके अलावा, उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत के बल पर खादी बनाने के लिए देश के व्यवस्थापकों के साथ मुकाबला किया और उन्हें सफलता भी मिली।
शास्त्री की मृत्यु 11 जनवरी, 1966 को तशकंद में हुई थी। उन्होंने देश के लिए अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित कर दिया था और उन्होंने देश को अपने समर्प
पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री भारत के इतिहास में एक महत्वपूर्ण नेता थे। उन्होंने भारत के विप्लवकारी आन्दोलनों में अपनी भूमिका निभाई थी और स्वतंत्रता संग्राम के दौरान कई महत्वपूर्ण योजनाओं को संचालित किया था।
लाल बहादुर शास्त्री 2 अक्टूबर 1904 को मुगलसराय, उत्तर प्रदेश में जन्मे थे। उन्होंने विभिन्न विषयों में स्नातक की डिग्री हासिल की थी और बाद में अंग्रेजी में मास्टर्स भी की थी।
शास्त्री जी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के साथ जुड़ा और स्वदेशी आन्दोलन के समर्थक बने। उन्होंने जेल में भी कई वर्ष बिताए जहाँ उन्होंने अपने आदर्शों के लिए संघर्ष किया।
1952 में उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्त किया गया और बाद में वे देश के गृह मंत्री बने। वे जैविक खाद के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए एक अभियान चलाए और कृषि क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए