सेवा में,
माननीय राष्ट्रपति महोदय,
भारत
विषय : महिला पहलवानों को इंसाफ दिलवाने के लिए पत्र
श्रीमती जी,
दिल्ली के जंतर मंतर पर महिला पहलवानों के धरने को 24 दिन हो गए हैं लेकिन उनकी आवाज सरकार सुन नहीं रही है। अंतराष्ट्रीय स्तर पर महिला पहलवानों ने देश का नाम रोशन किया है लेकिन वे आज अपने साथ हुए उत्पीड़न के न्याय के लिए सड़कों पर हैं। उनको अपने उत्पीड़क के खिलाफ एफआईआर तक करवाने के लिए भी सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा है। उनके प्रति पुलिस और प्रशासन का रवैया उदासीन दिखता है क्योंकि उत्पीड़क अभी भी खुलेआम घूम रहा है और अभी भी मीडिया में पीड़ित महिला पहलवानों के खिलाफ अपमानजनक बयान दे रहा है। किसी भी लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए यह सही नहीं है। हमारे लोकतंत्र की नींव न्यायपूर्ण व्यवस्था पर टिकी हुई है जिसमें हर इंसान के लिए इंसाफ का वादा निहित है। हमारी इन बेटियों के साथ भी इंसाफ होना चाहिए। हमारी आपसे विनती है कि आप इस मामले में दखल दें और देश की बेटियों के इंसाफ के लिए जल्द से जल्द जरूरी कदम जरूर उठाएं।
निवेदक
जिले का सारा नागरिक समाज