दिल्ली विश्वविद्यालय एवं इसकी संकाओ,विभागो में कार्यरत लगभग 500 कॉन्ट्रेक्ट कर्मचारियों पर जो लगभग 15 से 20 वर्षो से अपना कार्य पूरी मेहनत लगन और ईमानदारी से कार्य कर रहे थे उनकी नौकरी जाने का संकट गहरा गया है।
यूनिवर्सिटी के अंदर एक गिरोह सक्रिय हो रखा है जो यूनिवर्सिटी तथा कॉलेजों में अपने मनचाहे कर्मचारियों तथा शिक्षको को नौकरी पर लगवा रहा है ओर कई कॉलेजों में वर्षो से पढ़ा रहे शिक्षको तथा कर्मचारियों को बाहर करवा चुका है।यूनिवर्सिटी तथा कॉलेजों में टेस्ट मात्र दिखावा है। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी से टेस्ट बहुत सारे डी ओ पी टी के नियमो जैसे पी डब्लू बी डी का रोस्टर जो की पोस्ट भाने के लिए जरूरी है।आज तक तैयार नहीं किया गया है
।टेस्ट कराने की समय अवधि का उल्लंघन कर करवाया है।और सभी कर्मचारियों को टेस्ट में फेल कर दिया है।कुल 22 कर्मचारी क्लर्क के टेस्ट में पहले राउंड में पास हुए है। इस मुद्दे को लेकर DUCKU ने 25 जुलाई से आंदोलन जारी कर रखा है। आज दिनांक 28/07/23 को समस्त संस्थाओं के पदाधिकारिओ की बैठक यूनियन कार्यालय दोपहर 3.00 बजे हुई और सर्वसम्मती से यह निर्णय लिया गया कि समस्त संस्थाओं के समस्त पदाधिकारी ,कॉलेज यूनियन के
पदाधिकारी सोमवार दिनांक 31/07/23 से 04/07/23 तक यूनिवर्सिटी के गेट न 4 पर रोजाना रोजाना सुबह 10 बजे से शाय 4.00 बजे तक धरना देंगे।तथा दिनांक 30/07/23 दिन रविवार को सभी धरणारत कर्मचारियों ने जंतर मंतर नई दिल्ली पर भी धरना दिया और देश के माननीय प्रधानमंत्री जी के नाम ज्ञापन देकर यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा टेस्ट के दौरान बरती गई अनियमितताओं से अवगत करवाया है।
इसी कड़ी में आज दिनांक 01/08/23 को भी धरनारत कर्मचारियों ने जबरदस्त प्रर्दशन किया।और आज धरने का आठवां दिन था।लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन कुंभकर्णी नींद में सोया हुआ है।अगर यूनिवर्सिटी प्रशा